tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post4629170848571538071..comments2024-03-25T21:42:17.759+05:30Comments on साझा संसार: 58. हिन्दी बिटिया को अंग्रेजी की गुलामी से बचाओडॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-90134806470775603082019-09-13T19:46:20.314+05:302019-09-13T19:46:20.314+05:30हिन्दी के समर्थन में एक अच्छा और रुचिकर आलेख। धन्य...हिन्दी के समर्थन में एक अच्छा और रुचिकर आलेख। धन्यवाद, आदरणीया जेन्नी जी।umeshmahadoshihttps://www.blogger.com/profile/04277393156656367819noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-87940353212029506782018-01-10T11:09:16.111+05:302018-01-10T11:09:16.111+05:30आलेख सुंदर, प्रभवशाली और हिंदी भाषा की वर्तमान में...आलेख सुंदर, प्रभवशाली और हिंदी भाषा की वर्तमान में होती फजीहत को रेखांकित करती है। आज जिस दौर से हिंदी गुज़र रही है वह आगे और विकृत होगी चूंकि जनता और सरकारें अंग्रेजी भाषा की स्कूलिंग की ओर दौड़ रही है जब ये बच्चे कुछ करने योग्य होंगे तो इनके पास न हिंदी और न ही अंग्रेजी भाषा पर नियंत्रण होगा। जो हिंदी थी जानते हैं उनकी समस्याएं आप जैसी बानी रहेंगी और जो अंग्रेजी अच्छी जानते हैं वो ऐसे ही किसी कंपनी के एजेंट बने उपभोक्ता को संपर्क कर रहे होंगे। समाज हितकारी शोध, विचार, साहित्य अब अंग्रेजी में लिखा हो बाजार में बिकेगा, चमकेगा और पुरुस्कृत होगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11681388364172456336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-33481886639585076872018-01-06T09:30:26.505+05:302018-01-06T09:30:26.505+05:30सार्थकता लिए सशक्त लेखन के माध्यम से बेहद विचारणीय...सार्थकता लिए सशक्त लेखन के माध्यम से बेहद विचारणीय बात कही आपने .... सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-57115528071440802122017-09-18T21:57:41.164+05:302017-09-18T21:57:41.164+05:30बहुत सटीक और सार्थक विवेचन...बहुत सटीक और सार्थक विवेचन...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-82828864435072549412017-09-17T21:36:47.829+05:302017-09-17T21:36:47.829+05:30Good job buddy .Good job buddy .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-23247844379808498662017-09-17T18:29:02.095+05:302017-09-17T18:29:02.095+05:30Blogger रूपचन्द्र शास्त्री मयंक said...
आपकी इस प्...Blogger रूपचन्द्र शास्त्री मयंक said...<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (16-09-2017) को <br />"हिन्दी से है प्यार" (चर्चा अंक 2729)<br />पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br /><br />September 15, 2017 at 11:47 AM Delete<br />______________________________________________<br /><br />मेरे ब्लॉग का लिंक चर्चा मंच में शामिल किया आपने, तहे दिल से धन्यवाद रूपचन्द्र शास्त्री जी. <br /><br />डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-5955011372664122552017-09-17T18:26:22.780+05:302017-09-17T18:26:22.780+05:30Blogger Sankalp said...
Ek atisundar lekh ke liye ...Blogger Sankalp said...<br />Ek atisundar lekh ke liye aapka aabhar. Devnagri lipi nahin hai isliye is pratikriya ko hindi men preshit hi samjha jaaye. dhanyawaad<br /><br />September 15, 2017 at 11:39 AM Delete<br />___________________________________________<br /><br />स्क्रिप्ट भले ही रोमन है पर बात तो हिन्दी में है न, यही बहुत बड़ी बात है और इसे मैंने हिन्दी ही मान लिया है. यूँ ही ब्लॉग पर आकर अपनी प्रतिक्रया देकर मेरा हौसला बढाया करो. बहुत बहुत शुक्रिया संकल्प.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-83954329559877863772017-09-17T18:23:17.808+05:302017-09-17T18:23:17.808+05:30Blogger निर्झर'नीर said...
सादर प्रणाम ,
बहुत ...Blogger निर्झर'नीर said...<br />सादर प्रणाम ,<br />बहुत दिन बाद आपका लेख पढ़ा मन बहुत प्रसन्न हुआ ऐसा लगा जैसे मैं खुद ही अपना लिखा हुआ पढ़ रहा हूँ .<br />आपके लेखन के लिए ढेरों शुभकामनायें .<br />निर्झर नीर<br /><br />September 15, 2017 at 10:10 AM Delete<br />_______________________________________<br /><br />नीर जी, मेरे ब्लॉग पर आपको देखकर मुझे बेहद ख़ुशी हुई. आप मेरे लेखन पर अपनी टिपण्णी देते रहे ताकि लिखने का मनोबल बढ़ता रहे. आप और हम जो हिन्दी भाषी हैं सभी के मन की यही बात है, हमारी हिन्दी हमें कमजोर कर चुकी है और खुद भी अंग्रेजी से दिन ब दिन हार रही है. हम सभी को इसके लिए कुछ तो कदम उठाना ही होगा. आपकी सराहना और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद. डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-68290653000654496252017-09-17T18:19:03.061+05:302017-09-17T18:19:03.061+05:30Blogger sadhana vaid said...
सार्थक चिंतन जेनी जी...Blogger sadhana vaid said...<br /><br />सार्थक चिंतन जेनी जी ! इसी सन्दर्भ में पिछले वर्ष एक पोस्ट मैंने भी लिखी थी ! आपके पास उसकी लिंक भेज रही हूँ ! आपकी प्रतिक्रिया की अपेक्षा रहेगी मुझे !लिंक इस प्रकार है --<br /><br />http://sudhinama.blogspot.in/2016/09/blog-post_14.html<br /><br />उसी आलेख का थोड़ा सा अंश प्रस्तुत है ! <br />इससे बड़ी विडम्बना और शर्म की बात और क्या होगी कि आजकल स्कूलों में बच्चों को हिन्दी में बात करने के लिए दण्डित किया जाता है ! यदि बच्चे स्कूल परिसर में अवकाश के समय में भी आपस में हिन्दी में बात करते हुए पाए जाते हैं तो टीचर्स उन्हें डाँटते हैं ! इस पर हम हिन्दी दिवस पर हिन्दी के उत्थान और सम्मान की बातें करते हैं और हिन्दी भाषा के भविष्य के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हैं ! जिस भाषा में बात करने पर सज़ा मिले उस भाषा का सम्मान आज की युवा होती पीढ़ी कैसे करेगी और क्यों करेगी ? अपनी मातृ भाषा में बात करने पर किस देश में स्कूलों में बच्चों को दण्डित किया जाता है यह शोध का विषय हो सकता है !<br /><br />September 14, 2017 at 11:50 PM <br />______________________________________<br /><br />साधना जी, मेरे विचार से आपकी सहमति मेरे लिए महत्वपूर्ण है. आपके लेख को अभी पढ़ रही हूँ, पढ़कर अपनी प्रतिक्रिया दूँगी. <br />यह निश्चित ही शर्म की बात है कि स्कूल में बच्चों के हिन्दी बोलने पर पाबंदी है. पर मैं इसका दोष स्कूल को न देकर हमारी शिक्षा प्रणाली को एवं सरकार को दूँगी. जब तक हिन्दी माध्यम से पढ़ाई न होगी हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा न होगी सब कुछ ऐसे ही चलेगा. इसमें मैं बच्चों को भी दोष नहीं देती न तो माता पिता को. आज के इस अंग्रेजी समाज में खुद को स्थापित करना है तो उन्हें अंग्रेजी ही बोलना होगा अन्यथा वे पिछड़ जाएँगे. आज़ादी के 70 साल हो गए हिन्दी को राष्ट्र भाषा क्यों नहीं बनाया जा रहा यह मेरी समझ से परे है. सरकार एक दिन हिन्दी के नाम कर समझती है कि देश को हिन्दी राष्ट्र बना दिया जबकि शहरों की मातृभाषा अब अंग्रेजी बन गई है. बड़ा क्षोभ होता है.<br /><br />आपके बहुमूल्य प्रतिक्रया के लिए आभार. डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-4080685094148688792017-09-17T18:07:50.419+05:302017-09-17T18:07:50.419+05:30Anonymous PRAN SHARMA said...
विचारणीय लेख। जय हिन...Anonymous PRAN SHARMA said...<br />विचारणीय लेख। जय हिन्दी।<br /><br />September 14, 2017 at 8:47 PM<br />___________________________________<br /><br />आदरणीय प्राण शर्मा जी, मेरे लेख पर आपकी उपस्थिति और प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-91237424375333066222017-09-15T11:47:14.531+05:302017-09-15T11:47:14.531+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (16-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (16-09-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><br />"हिन्दी से है प्यार" (चर्चा अंक 2729)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंकडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-53347902043682130172017-09-15T11:39:16.050+05:302017-09-15T11:39:16.050+05:30Ek atisundar lekh ke liye aapka aabhar. Devnagri l...Ek atisundar lekh ke liye aapka aabhar. Devnagri lipi nahin hai isliye is pratikriya ko hindi men preshit hi samjha jaaye. dhanyawaadSankalphttps://www.blogger.com/profile/09449108876760004486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-24933368376385429502017-09-15T10:10:41.650+05:302017-09-15T10:10:41.650+05:30सादर प्रणाम ,
बहुत दिन बाद आपका लेख पढ़ा मन बहुत प्...सादर प्रणाम ,<br />बहुत दिन बाद आपका लेख पढ़ा मन बहुत प्रसन्न हुआ ऐसा लगा जैसे मैं खुद ही अपना लिखा हुआ पढ़ रहा हूँ .<br />आपके लेखन के लिए ढेरों शुभकामनायें .<br />निर्झर नीरनिर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-14127895386181729862017-09-14T23:50:21.215+05:302017-09-14T23:50:21.215+05:30
सार्थक चिंतन जेनी जी ! इसी सन्दर्भ में पिछले वर्ष...<br />सार्थक चिंतन जेनी जी ! इसी सन्दर्भ में पिछले वर्ष एक पोस्ट मैंने भी लिखी थी ! आपके पास उसकी लिंक भेज रही हूँ ! आपकी प्रतिक्रिया की अपेक्षा रहेगी मुझे !लिंक इस प्रकार है --<br /> <br />http://sudhinama.blogspot.in/2016/09/blog-post_14.html<br /><br />उसी आलेख का थोड़ा सा अंश प्रस्तुत है ! <br />इससे बड़ी विडम्बना और शर्म की बात और क्या होगी कि आजकल स्कूलों में बच्चों को हिन्दी में बात करने के लिए दण्डित किया जाता है ! यदि बच्चे स्कूल परिसर में अवकाश के समय में भी आपस में हिन्दी में बात करते हुए पाए जाते हैं तो टीचर्स उन्हें डाँटते हैं ! इस पर हम हिन्दी दिवस पर हिन्दी के उत्थान और सम्मान की बातें करते हैं और हिन्दी भाषा के भविष्य के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हैं ! जिस भाषा में बात करने पर सज़ा मिले उस भाषा का सम्मान आज की युवा होती पीढ़ी कैसे करेगी और क्यों करेगी ? अपनी मातृ भाषा में बात करने पर किस देश में स्कूलों में बच्चों को दण्डित किया जाता है यह शोध का विषय हो सकता है !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-85456097981130359902017-09-14T20:47:22.275+05:302017-09-14T20:47:22.275+05:30विचारणीय लेख। जय हिन्दी। विचारणीय लेख। जय हिन्दी। PRAN SHARMAnoreply@blogger.com