tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post460230183726322470..comments2024-03-25T21:42:17.759+05:30Comments on साझा संसार: 89. हाइकु-विचार डॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-89374805406027839812021-07-02T08:27:52.890+05:302021-07-02T08:27:52.890+05:30सहज-सरल शब्दों में एक सार्थक व्याख्या के लिए बहुत ...सहज-सरल शब्दों में एक सार्थक व्याख्या के लिए बहुत बधाई जेन्नी जी प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-28624563513727047072021-06-29T22:18:32.892+05:302021-06-29T22:18:32.892+05:30आदरणीय रामचंद्र वर्मा 'साहिल' जी का मेल -
...आदरणीय रामचंद्र वर्मा 'साहिल' जी का मेल -<br /><br /><br />Ram Chandra Verma<br />18:42 (3 hours ago)<br />to me<br /><br />जिस प्रकार नपे तुले शब्दों में और सटीक ढंग से आपने हाइकु को परिभाषित किया है इससे बेहतर इसकी व्याख्या और परिभाषा शायद नहीं हो सकती। बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ।<br />'साहिल'डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-39179052229871572302021-06-29T10:10:27.338+05:302021-06-29T10:10:27.338+05:30आपकी व्याख्या उचित है जेन्नी जी लेकिन इस सुगम प्रत...आपकी व्याख्या उचित है जेन्नी जी लेकिन इस सुगम प्रतीत होने वाली विधा को साधने में निश्चय ही बड़ी साधना लगती है। आलेख उपयोगी है आपका। और आपने तो इस विधा को साधा ही है। इसमें रुचि लेने वाले आप ही से प्रेरणा ले सकते हैं।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-3553209867822993992021-06-28T19:23:20.799+05:302021-06-28T19:23:20.799+05:30सटीक विचार। बहुत सुंदर सटीक विचार। बहुत सुंदर Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-14585385036733875642021-06-28T13:04:31.274+05:302021-06-28T13:04:31.274+05:30बहुत हु सुन्दर हायकु विचार...
सही कहा आपने हाइकु क...बहुत हु सुन्दर हायकु विचार...<br />सही कहा आपने हाइकु का भविष्य निःसंदेह बहुत उज्जवल है; क्योंकि आकार में छोटा होने के कारण लिखना और पढ़ना दोनों सहज है।<br />बहुत सटीक।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-3337110288896517272021-06-27T09:53:46.207+05:302021-06-27T09:53:46.207+05:30सुंदर विचार-बधाई।
हाइकु की सहजता को लोग आसान समझ ...सुंदर विचार-बधाई। <br />हाइकु की सहजता को लोग आसान समझ बैठते हैं जबकि यह कठिन साधना की विधा है। Ramesh Kumar Sonihttps://www.blogger.com/profile/18273144880883311040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-2287619034616149642021-06-27T07:06:10.693+05:302021-06-27T07:06:10.693+05:30महत्वपूर्ण। बहुत ही सरल-सहज भाषा में विचार व्यक्त ...महत्वपूर्ण। बहुत ही सरल-सहज भाषा में विचार व्यक्त किया है। हार्दिक बधाई। Divik Rameshhttps://www.blogger.com/profile/16991072115170775605noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-28077006496749626132021-06-27T01:23:42.031+05:302021-06-27T01:23:42.031+05:30सही विचार । सरल परिभाषासही विचार । सरल परिभाषासहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.com