tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post3255364882453461265..comments2024-03-25T21:42:17.759+05:30Comments on साझा संसार: 35. आधी दुनिया अधूरे ख्वाब...डॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-49903580881114865622012-08-08T16:22:43.037+05:302012-08-08T16:22:43.037+05:30बहुत अच्छा आलेख हो जो कई बुंदुओं को गंभरता से छूता...बहुत अच्छा आलेख हो जो कई बुंदुओं को गंभरता से छूता है. केवल एक बात जोड़ना चाहता हूँ कि केरल में मातृप्रधान समाज है लेकिन वहाँ भी पति का थप्पड़ पत्नी की ताक में रहता है. एक मानसिकता है जो महिलाओं के अधिकरों को स्थापित नहीं होने देती.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-9997305647840880222012-08-02T22:31:39.655+05:302012-08-02T22:31:39.655+05:30KITNA SAB KUCHH KAR RAHE HAIN AAP KHUDA AAPKE SAAT...KITNA SAB KUCHH KAR RAHE HAIN AAP KHUDA AAPKE SAATH HAI AAPKI MADAD KAREGAAadil Rasheedhttps://www.blogger.com/profile/11056318400056590053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-61091671459456537732012-05-09T20:58:30.464+05:302012-05-09T20:58:30.464+05:30are waah bahut acchi jankari .......bhagalpur .......are waah bahut acchi jankari .......bhagalpur .....likha dekhkar sukhad anubhuti hui....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-46447823070806005702012-04-25T15:28:05.340+05:302012-04-25T15:28:05.340+05:30True
Abdul Rashid
www.aawaz-e-hind.inTrue<br /><br />Abdul Rashid<br />www.aawaz-e-hind.inAbdul Rashidhttp://www.aawaz-e-hind.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-84305434992509123342012-04-17T09:50:07.837+05:302012-04-17T09:50:07.837+05:30Bahut Umda lekh pesh kiya hai aapne .aabharBahut Umda lekh pesh kiya hai aapne .aabharamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-163224946135073012012-04-11T08:34:49.310+05:302012-04-11T08:34:49.310+05:30एक बेहतरीन लेख ...
आभार आपका !एक बेहतरीन लेख ...<br />आभार आपका !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-61821441393740013512012-04-09T02:43:30.033+05:302012-04-09T02:43:30.033+05:30नवीन जी,
बहुत बहुत धन्यवाद आपका.नवीन जी,<br />बहुत बहुत धन्यवाद आपका.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-62154079085795399502012-04-09T02:42:40.503+05:302012-04-09T02:42:40.503+05:30सरस जी,
आपकी टिप्पणी बहुत ऊर्जादायक है और मेरे लिए...सरस जी,<br />आपकी टिप्पणी बहुत ऊर्जादायक है और मेरे लिए प्रेरणास्वरुप भी. सच है कि हम खुद इस स्थिति में जीने के आदी बन चुके हैं. अपना हक हमें मांगने से तो मिलेगा नहीं छीनना ही पड़ेगा. यूँ हक कि लड़ाई के १०० साल तो हो गए कुछ सफलतायें भी मिली लेकिन मूलभूत समस्याएं आज भी यथावत हैं. न जाने अभी कितना युग और यूँ ही...<br />बहुत आभार.<br />जेन्नीडॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-8443596309823170102012-04-09T02:35:46.191+05:302012-04-09T02:35:46.191+05:30रमाकांत जी,
आपकी सराहनिए टिप्पणी के लिए ह्रदय से श...रमाकांत जी,<br />आपकी सराहनिए टिप्पणी के लिए ह्रदय से शुक्रिया. मेरा काम यूँ तो कुछ भी नहीं जितना समाज के लिए करना चाहिए पर जो थोड़े लोग जिनके लिए कुछ कर पाती हूँ उनकी खुशी देखकर मन खुश होता है. आप सभी की शुभकामनाएँ यूँ ही मिलती रहे आशा रहेगी. धन्यवाद.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-70607414601176460602012-04-09T02:22:34.899+05:302012-04-09T02:22:34.899+05:30संजय जी, बहुत बहुत धन्यवाद आपका.संजय जी, बहुत बहुत धन्यवाद आपका.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-19686430958411009462012-04-09T02:21:52.109+05:302012-04-09T02:21:52.109+05:30सवाई सिंह जी,
मेरे ब्लॉग पर आपकी प्रथम उपस्थिति मे...सवाई सिंह जी,<br />मेरे ब्लॉग पर आपकी प्रथम उपस्थिति मेरे लिए खुशी की बात है. यूँ ही उत्साहवर्धन के लिये आते रहें. आभार.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-12482340660747669132012-04-09T02:19:27.286+05:302012-04-09T02:19:27.286+05:30कौशलेन्द्र जी,
भारत की बात न कर हम सम्पूर्ण दुनिया...कौशलेन्द्र जी,<br />भारत की बात न कर हम सम्पूर्ण दुनिया की बात करें तो स्त्री कहीं भी सम्मानिये नहीं रही है. अपवाद हर युग में हुए. आधुनिक जीवन शैली के कारण स्त्रियों की समस्याओं का विकराल होना मेरे विचार से उचित कारण नहीं है. हाँ नैतिक पतन ज़रूर महत्वपूर्ण कारण है. किसी एक की प्रधानता होनी भी नहीं चाहिए, विषमताओं का कारन ही यही है कि पुरुष प्रधान समाज है. आपने सही कहा कि स्त्री और पुरुष दोनों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और इसे मानवीय दर्ज़ा दें. निश्चित ही साल में एक बार महिला दिवस मनाना तमाम षड्यंत्रों में से एक है, क्योंकि एक खास दिन किसी के नाम कर उसकी अक्षमता को साबित किया जाता है. नित्य और प्रतिक्षण की क्रिया होनी चाहिए.<br />आपकी टिप्पणी से सोच को एक नयी दिशा भी मिलती है और लिखने की प्रेरणा भी. बहुत धन्यवाद.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-41641637618059222512012-04-09T02:08:44.332+05:302012-04-09T02:08:44.332+05:30expression said...
आपका ये ब्लॉग भी बहुत प्यारा है...expression said...<br />आपका ये ब्लॉग भी बहुत प्यारा है जेन्नी जी....<br />आपका लेखन बंधे रखता है...<br />आज से इसे भी फोलो करती हूँ...दूसरा तो शुरू से करती आयीं हूँ...<br /><br />शुभकामनाएँ..<br /><br />13 March 2012 1:44 PM <br />________________________________<br /><br />मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है. आपका यहाँ आना बहुत सुखद है, शुक्रिया.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-51188871076685952542012-04-09T00:07:37.828+05:302012-04-09T00:07:37.828+05:30राकेश जी,
मेरे लेख आपको पसंद आये, सराहना के लिए बह...राकेश जी,<br />मेरे लेख आपको पसंद आये, सराहना के लिए बहुत शुक्रिया.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-13894579641131667252012-04-09T00:03:39.522+05:302012-04-09T00:03:39.522+05:30अनिल जी,
मेरे ब्लॉग पर आपकी सार्थक टिप्पणी पढकर बह...अनिल जी,<br />मेरे ब्लॉग पर आपकी सार्थक टिप्पणी पढकर बहुत खुशी हुई. आभार.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-75176636646498414712012-04-08T18:11:17.982+05:302012-04-08T18:11:17.982+05:30bahut hi mahatavpoorn jankari prapt hui badhai.bahut hi mahatavpoorn jankari prapt hui badhai.Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-19114725765174004492012-03-29T07:29:26.039+05:302012-03-29T07:29:26.039+05:30आपके द्वारा बताई गयी सच्चाइयों को हम जानते हुए भी...आपके द्वारा बताई गयी सच्चाइयों को हम जानते हुए भी अक्सर नज़रंदाज़ कर देते हैं ..कभी बेबसी, कभी व्यस्तता , कभी 'हम अकेले तो कुछ नहीं कर सकते' की आड़ में ...लेकिन सच तो यह है ....की हम ही कुछ कर सकते हैं ....'बिन मांगे मोती मिले.....'का ज़माना नहीं रह गया ...अब तो बढ़कर छीनना पड़ता है ...और हमें भी यही करना है .....बहुत ज्ञानप्रद लेख !Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-83649982481495539902012-03-25T10:47:05.811+05:302012-03-25T10:47:05.811+05:30dr.sahiba namaskar aapaka lekha achchha hai lekin ...dr.sahiba namaskar aapaka lekha achchha hai lekin usase khubasurat<br />aapaka kam hai.aap jo likha rahin hain wah aapake wyahar men parilakshit ho raha hai.aaj main aapake sath hun kal sab hongen.<br />hum sadaiw MAN WACHAN AUR KARMA se juden.baki insan allaah.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-40153507018029394392012-03-24T10:26:36.458+05:302012-03-24T10:26:36.458+05:30बहुत अच्छा लेख , शुभ कामनायेंबहुत अच्छा लेख , शुभ कामनायेंसंजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-46302272253548039402012-03-16T02:11:32.155+05:302012-03-16T02:11:32.155+05:30आप सभी सम्माननीय दोस्तों एवं दोस्तों के सभी दोस्तो...आप सभी सम्माननीय दोस्तों एवं दोस्तों के सभी दोस्तों से निवेदन है कि <a href="http://apnaauraapkablog.blogspot.in" rel="nofollow">एक ब्लॉग सबका </a><br />( सामूहिक ब्लॉग) से खुद भी जुड़ें और अपने मित्रों को भी जोड़ें... शुक्रियाSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-55964339720946189682012-03-16T02:09:48.131+05:302012-03-16T02:09:48.131+05:30बहुत सटीक प्रस्तुति.पोस्ट करने के लिए आभार.
पहली ब...बहुत सटीक प्रस्तुति.पोस्ट करने के लिए आभार.<br />पहली बार हूं आपके ब्लॉग पर...अच्छा लगा <a href="http://rajpurohitagra.blogspot.com" rel="nofollow"> " सवाई सिंह "</a>Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-31155823240514739142012-03-13T20:16:03.703+05:302012-03-13T20:16:03.703+05:30पश्चिमी देशों की अपेक्षा भारत में स्त्रियों के अधि...पश्चिमी देशों की अपेक्षा भारत में स्त्रियों के अधिकारों और सम्मान का इतिहास अधिक उज्ज्वल रहा है। शिक्षा, कुपोषण, शोषण, बाज़ार, भूणहत्या...आदि काले पक्ष हमारे नैतिक पतन और आधुनिक जीवन शैली की उपज हैं। मैं स्त्री या पुरुषप्रधान समाज के पक्ष में नहीं हूँ। किसी एक की प्रधानता निश्चित ही कालांतर में विषमता का कारण बनेगी। अतः प्रधानता नहीं समानता के पक्ष में हूँ मैं। दोनो एक-दूसरे का महत्व स्वीकार कर एक-दूसरे का सम्मान करें और समानता का मानवीय दर्ज़ा दें। साल में एक बार स्त्री समानता और अधिकारों की बात करना तमाम षड्यंत्रों में से एक लगता है मुझे। यह तो नित्य और प्रतिक्षण की प्रक्रिया है।बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-42823681487306241002012-03-13T13:44:49.938+05:302012-03-13T13:44:49.938+05:30आपका ये ब्लॉग भी बहुत प्यारा है जेन्नी जी....
आपका...आपका ये ब्लॉग भी बहुत प्यारा है जेन्नी जी....<br />आपका लेखन बंधे रखता है...<br />आज से इसे भी फोलो करती हूँ...दूसरा तो शुरू से करती आयीं हूँ...<br /><br />शुभकामनाएँ..ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-91094481415849240452012-03-09T20:48:14.698+05:302012-03-09T20:48:14.698+05:30आपने बहुत ही सुन्दर विश्लेषणात्मक लेख प्रस्तुत
कर...आपने बहुत ही सुन्दर विश्लेषणात्मक लेख प्रस्तुत <br />कर महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया है.<br />महिला दिवस की शरुआत कब और कैसे हुई,यह <br />पहली बार जाना मैंने.आपका प्रयास सर्वत्र जागरूकता लाये यह दुआ और कामना है मेरी.<br />सभी चित्र बहुत अच्छे हैं.<br /><br />सार्थक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार,जेन्नी जी.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4067321239050594357.post-51364609503586375422012-03-08T16:41:13.672+05:302012-03-08T16:41:13.672+05:30सहमत होने के आलावा और कोई रास्ता नही है बहुत गहरे ...सहमत होने के आलावा और कोई रास्ता नही है बहुत गहरे से अध्यन कर के लिखा है सब कुछ<br /><br />बहुत अच्छा लेख बहुत सच्चा लेख और समाज और स्त्री के प्रति आप की ज़िम्मेदारी को आप ने निभाया है<br /><br />शुभ कामनायें<br /><br />अनिल मासूमशायरmasoomshayerhttps://www.blogger.com/profile/03204731223754279697noreply@blogger.com